सूक्ष्म पाठ योजना हिन्दी
यह हिन्दी शिक्षकों और बी.एड , डी.एल.एड , बी.टी.सी के छात्रों के लिए प्रस्तावना कौशल पर बनी एक सैंपल योजना है। यहां आप जान सकेंगे कि किस तरह से मिडिल स्कूल के छात्रों के लिए हिन्दी विषय का मैक्रो टीचिंग प्लान बनाया जाता है। यह केवल एक मैक्रो शिक्षण हिन्दी पाठ योजना है लेकिन इसकी सहायता से, आप स्थूल शिक्षण के लिए विभिन्न हिन्दी पाठ योजनाएँ बना सकते हैं। आइए अब सूक्ष्म शिक्षण शुरू करें।
सूक्ष्म शिक्षण पाठ योजना - प्रस्तावना कौशल
Note: नीचे दिया गया हिन्दी पाठ योजना केवल एक उदाहरण है। आप अपनी आवश्यकताओं के अनुसार कक्षा, पाठ्यक्रम, दिनांक, अवधि आदि को बदल सकते हैं
दिनाँक- | विषय:- हिन्दी | कक्षा- ८ |
- | उप-विषय :- गद्य | चक्र - ४ |
- | प्रकरण :- झाँसी की रानी | अवधि - 6 मिनट |
कौशल के घटक -
1) कथनों एवं प्रश्नों का छात्रों के पूर्व ज्ञान से संबंध.
2) कथनों एवं प्रश्नों का मूल पाठ से संबंध
3) कथनों एवं प्रश्नों की श्रंखला बद्धता
4) उचित एवं सहायक सामग्री व उपकरणों का चयन एवं प्रयोग
5) उचित एवं समुचित अवधि
6) छात्रों का ध्यान एवं रुचि आकर्षण
7) प्रस्तावना का प्रभावपूर्ण ढंग से प्रस्तुतीकरण
पूर्व ज्ञान- छात्र ‘झांसी की रानी’ के विषय में सामान्य जानकारी रखते हैं
छात्र-अध्यापक क्रिया | छात्र क्रिया | घटक सँख्या |
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प्रश्न 1 - हमारे देश का नाम क्या है ? | उत्तर - हमारे देश का नाम भारत है। | 1 |
प्रश्न 2 - भारत किसका गुलाम था ? | उत्तर - अंग्रेजों का। | 1 , 3 |
प्रश्न 3 - अंग्रेजों से लड़ने वाले कुछ स्वतंत्रता सेनानियों के नाम बताइए ? | उत्तर - महात्मा गाँधी , भगत सिंह , आज़ाद , लक्ष्मी बाई। | 1 ,2 ,3 |
प्रश्न 4 - लक्ष्मी बाई कहाँ की रानी थी ? | उत्तर - झाँसी की। | 1 ,2 ,3 |
प्रश्न 5 - झाँसी की रानी के बारे में आप क्या जानते हो ? | उत्तर - समस्यात्मक प्रश्न | 6 |
उद्देश्य कथन:- आज हम वृंदावनलाल द्वारा रचित 'झांसी की रानी' नामक पाठ के विषय में अध्ययन करेंगे।